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बाजार में बिकती सुन्दरता
अभी हाल में, दो लंबे दशकों के इंतजार के बाद भारत की एक युवती ‘मिस यूनिवर्स-2021’ का ताज हासिल करने में कामयाब हुई है।...
महेश्वर परियोजना : निजीकरण के निर्णायक सबक
पिछले दिनों मध्यप्रदेश में नर्मदा की मुख्य धारा पर बनने वाली ’श्रीमहेश्वर जल-विद्युत परियोजना’ से किया गया राज्य सरकार का विक्रय-समझौता रद्द कर दिया...
आजीविका के साधनों को नष्ट करना सभ्य और लोककल्याणकारी तरीका नहीं
करोना काल में लोभ, लालच, लूट- खसोंठ, पद का दुरुपयोग और दुखी दर्दी,बिमार भूखे रोजगारविहीन लोगों के साथ व्यवस्था के नाम पर अराजकता जैसे...
रक्षा करने के लिए पेड़ों को बांधी जाती है, राखी
सिर्फ सरकारों के भरोसे प्रकृति-पर्यावरण की रक्षा नहीं हो सकती, उसमें समाज को हाथ बंटाना पड़ता है। यह काम यदि किसी अच्छी, बरसों पुरानी...
विश्व-समाज की जिम्मेदारी है, पृथ्वी को बचाने की
22 अप्रैल : विश्व पृथ्वी दिवस
इक्कीसवीं सदी आते-आते पर्यावरण की बदहाली ने हमें लगातार उसे याद रखने की मजबूरी के हवाले कर दिया...
एम्स ऋषिकेश में भर्ती पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा की हालत स्थिर ; ऑक्सीजन सपोर्ट जारी
एम्स ऋषिकेश में भर्ती कोविड उपचाररत पर्यावरणविद् एवं चिपको आंदोलन के प्रणेता सुन्दरलाल बहुगुणा की हालत स्थिर बनी हुई है। उनका आक्सीजन लेबल 96...
साफ सुथरे समाज के लिए समर्पित अनुपम जीवन के पैरोकार
अनुपम मिश्र अपने देश की प्रकृति, धरोहर, जीवन और लोक ज्ञान के अनूठे पैरोकार थे। वे अपने जीवन और लेखन के कारण गांधीवादी, पर्यावरणविद...
समाचार
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Gandhi - 150
भूदान आंदोलन के बाद अब भू-मुक्ति
पचास के दशक में विनोबा भावे की अगुआई में शुरु हुआ ‘भूदान आंदोलन’ अब किस परिस्थिति में है? क्या उसने अपने घोषित उद्देश्यों...
नवीनतम लेख
‘भारत रोजगार रिपोर्ट – 2024’ : युवा-रोजगार की पड़ताल
भारत अपनी बढ़ती युवा आबादी के साथ, एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। ‘मानव विकास संस्थान’ (आईएचडी) और ‘अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन’ (आईएलओ) द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई ‘भारत...
आम चुनाव : बच्चों के प्रति बेपरवाह राजनीति
आम चुनाव में लगभग सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने घोषणा-पत्र तैयार किये हैं, लेकिन अपेक्षाओं के विपरीत भारत की 42 प्रतिशत जनसंख्या, यानी युवाओं और बच्चों...
वरिष्ठ गांधीवादी विचारक कृष्ण मंगल सिंह कुलश्रेष्ठ का उज्जैन में निधन
समूचे शिक्षा और रचनात्मक समाज में शोक की लहर
उज्जैन, 10 मई । विगत 6 दशक से उज्जैन के शिक्षा और सामाजिक जगत में अनुकरणीय...
कहां मिलेंगी किताबें : किताबों के सपने की मौत
लेखन, पत्रकारिता, जनांदोलन, जनहित की पैरवी जैसे कामों की वजह से प्रसिद्ध, गोवा के क्लॉड और नोर्मा अल्वारिस किताबों की अपनी दुकान ‘अदर इंडिया...
चुनाव को समझने का एक सरल गणित
राजनीति में रूचि रखने वाले लोग चुनाव के रिजल्ट को आइंसटीन के कठिन सूत्रों की तरह समझने की कोशिश करते रहते हैं और इस...
शहर के वास्तविक वाटर बैंक बहुत तेजी से हो रहा खाली,...
पर्यावरणविद् राजेन्द्रसिंह ने सेवा सुरभि के कार्यक्रम में कहा
इंदौर, 23 अप्रैल। इंदौर एक पानीदार शहर है, लेकिन यहां की नदी आईसीयू में पहुंच गई...
कर्मयोगी और गांधीवादी मूल्यों के हिमायती धीरूभाई मेहता का अवसान
गांधी - विनोबा विचार से जुड़े अनेक संस्थानों ने अर्पित की भावपूर्ण श्रद्धांजलि
22 अप्रैल । 88 साल की उम्र में सोमवार को गांधी विचारक,...
विश्व पृथ्वी दिवस : धधकती धरती और मौसम का बिगड़ता मिजाज
विश्व पृथ्वी दिवस (22 अप्रैल) पर विशेष
न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी तथा मौसम का निरन्तर...
कंपनियों के कब्जे में पीने का पानी
वैश्विक गैर-सरकारी संस्था (एनजीओ) ऑक्सफैम (ऑक्सफोर्ड कमेटी फॉर फेमिन रिलीफ) द्वारा 21 मार्च 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की सबसे प्रभावशाली खाद्य और कृषि कंपनियों...