पिछले दो-ढाई दशकों से सम्पत्ति की परिभाषा बदल रही है। अब रुपए-पैसे, जमीन-जायदाद आदि की बजाए ‘सूचनाओं’ को अहमियत दी जाने लगी है। जाहिर है, यह ‘सम्पन्नता’ भी चोरों की निगाह से बच नहीं पा रही। सवाल है कि...
20 अगस्त’ : ‘नेशनल साइंटिफिक-टेम्पर दिवस’
श्याम बोहरे
कई घटनाओं को देखकर हमारे मन में कई सवाल उठते होगें। उन सवालों को दबाने की बजाय उन पर और विचार करना, उन्हें और विकसित होने देना और उनसे सीख पाना एक तार्किक तरीका है जो हमें...
सूर्य ग्रहण और चन्द्रग्रहण पर एक पिता का पुत्रवधू को लिखा एक खुला पत्र
अभी हाल ही में पिछले माह 5 जून से 5 जुलाई 2020 के बीच तीन ग्रहण - एक सूर्य ग्रहण और दो चन्द्रग्रहण पडे। इन ग्रहणों...
आम लोगों के वोट की मार्फत सत्ता पर काबिज होने वाली सरकारें, अब हर तरह की लाज-शर्म को तिलांजलि देकर बेशर्मी से पूंजी और उद्योगों के हित में खडी हो गई हैं। मध्यप्रदेश में इसकी बानगी ऊर्जा या बिजली...
जाडा आते-आते देश की राजधानी और उससे सटे इलाके पराली जलाए जाने से पैदा होते धुंए की तकलीफों से दो-चार होने लगते हैं। जमीन को सांस तक नहीं लेने देती आधुनिक ताबड-तोड़ खेती रबी फसलों की कटाई के तुरंत...