जौरा में तीन दिवसीय बागी आत्मसमर्पण स्वर्ण जयंती समारोह का समापन

जौरा मुरैना। 16 अप्रैल। बागी आत्मसमर्पण की स्वर्ण जयंती समारोह के समापन अवसर पर यहां विगत तीन दिनों में हुई चर्चाओं के आधार पर तय किया गया कि परिवार, समाज, गांव-शहर और देश में शांति व न्याय की स्थापना के लिए हर घर गांधी और हर घर संविधान पहुंचाने के लिये व्यापक अभियान चलाया जायेगा। उक्त उद्गार प्रख्यात गांधीवादी और सर्वोदयी नेता श्री राजगोपाल पी.व्ही ने समापन समारोह में कहीं।

सर्वोदयी नेता श्री राजगोपाल पी.व्ही ने कहा कि समाज परिवर्तन में युवाओं की महती भूमिका है, न्याय और शांति के लिए नवजवानों को आगे आकर भाई जी के स्वप्न एकता, अखण्डता, भाई-चारा, साम्प्रदायिक सद्भावना पर काम की जरूरत है। समापन समारोह के पूर्व सत्र में विभिन्न प्रांतों से आये प्रतिनिधियों ने भविष्य के कार्यो की रूपरेखा को प्रस्तुत किया।

प्रख्यात सर्वोदयी नेता श्री राम धीरज जी द्वारा समारोह में 10 प्रस्तावों को रखा गया जिन्हें  सर्वसम्मति से पारित किया गया। प्रस्तावों में प्राकृतिक संसाधनों जल, जंगल और जमीन पर स्थानीय समुदाय का अधिकार और उसका उपयोग, स्वावलम्बन के लिए सामूहिक उपक्रमों कुटीर उद्योग धंधों को बढावा, स्थानीय स्तर पर विवादों का मेल-मिलाप से हल करना, गांव की कमाई गांव में ही रहे और ग्राम कोष की स्थापना का प्रयास, हर घर गांधी-हर घर संविधान की पहुंच, नशा मुक्त भारत अभियान, प्रकृति व पर्यावरण की हर हाल में रक्षा, मन व समाज की शांति के लिए सर्वधर्म प्रार्थना आदि का उल्लेख किया गया।

राजनैतिक सलाहकार रहे और प्रख्यात स्तम्भकार श्री सुधीन्द्र कुलकर्णी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर आगामी 25 वर्षो के लिए जनता की भागीदारी के साथ गांधी को केन्द्र में रखकर एक महाअभियान चलाया जाने पर जोर दिया। अभियान के तहत गांधीवादियों को समाजवादियों, अम्बेडकरवादियों, मार्क्‍सवादियों व संघीयों और सभी राजनैतिक पार्टीयों से संवाद का सिलसिला प्रारंभ करना चाहिए ताकि सर्वसम्मति अपना राष्ट्र उन्नति कर सके। प्रख्यात लेखक और पत्रकार श्री जगदीश शुक्ला के द्वारा लिखित ‘गांधीवाद के मंत्र से बदली चम्बल की तकदीर’ पुस्तक का विमोचन श्री सुधीन्द्र कुलकर्णी द्वारा किया गया।

समापन समारोह के अवसर पर जौरा के अनुविभागीय अधिकारी श्री विनोद सिंह ने कहा कि सभी नवजवान यह संकल्प ले कि गांधी और समारोह की चर्चाओं को अपने गांव-शहर और परिवार में लेकर जायेंगे। पुलिस अनुविभागीय अधिकारी श्री मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि गांधी आज बहुत ही प्रासंगिक हैं। एकता परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश संयोजक श्री डोंगर शर्मा ने लोगों को एकजुट कर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अहिंसक आंदोलन के लिए अपील की। पूर्व विधायक श्री महे श मिश्रा जी ने युवाओं को देश की हालात बदलने के लिए अपील की। उन्होंने कहा कि आठ वर्ष पहले देश में गरीब परिवारों की संख्या 32 करोड़ से बढकर 81 करोड़ होना आश्‍चर्य  किंतु सत्य है, इस तरह के प्रकल्प की आवश्‍यकता  पर बल दिया जिससे गरीबी को समाप्त किया जा सके। आयोजन समिति की ओर से श्री कैलाश मित्तल जी ने सभी आगन्तुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

समारोह के समापन सत्र में अलग-अलग राज्यों से आये प्रतिभागियों को महात्मा गांधी सेवा आश्रम के सचिव श्री रनसिंह परमार ने अंगवस्त्रम् देकर सम्मानित किया और उनकी हौसला आफजाई की। एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक प्रदीप प्रियदर्षी व श्रद्वाकष्यप, महासचिव रमेश शर्मा, अनिल गुप्ता, सीताराम सोनवानी, मुरली भाई, रामस्वरूप, ज्ञानाधार शास्त्री, प्रशांत भाई, अरूण जी, रविन्द्र सक्सेना, रीया, दीपक अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राकेश सिंह यादव इत्यादि को उनके समूह के साथ और प्रख्यात गांधीवादी लोक गायिक झारखण्ड की श्रीमती मेघा डाल्टन को श्री राजगोपाल पी व्ही, जिलकार हैरिस व अनुविभागीय अधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया।

समारोह की व्यवस्था से जुड़े अलग-अलग विभागों पंजीयन, भोजन, आवास, पानी, स्वच्छता, सुरक्षा, दस्तावेजीकरण के प्रतिनिधियों को भी श्री प्रफुल्ल श्रीवास्तव की अगुवाई में सम्मानित किया गया। जिसमें उदयभान सिंह, सुनिल शर्मा, लक्ष्मीनारायण, संतोष सिंह, कुलदीप तिवारी, सुनिल, डोंगर शर्मा, संजय जादौन, देवा, श्याम, सागर, आनंद सोनी और रा-रूट्स प्रोडक्‍शन के युवा इत्यादि लोग शामिल थे।  

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