डरो मत, समाज बदलने के लिए आगे बढ़ो – पद्मश्री राधा...
कौसानी में Youth for Truth कार्यशाला का शुभारंभ
कौसानी, 8 जून। कौसानी के अनासक्ति आश्रम में गॉंधीजनों के Youth for Truth कार्यशाला का...
राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका ‘पर्यावरण डाइजेस्ट’ पर शोध के लिए रूचि...
रतलाम, 8 जून। पर्यावरण विषयक राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका ‘पर्यावरण डाइजेस्ट’ पर प्रस्तुत शोधकार्य के लिए दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, बोधगया ने शोधार्थी रूचि...
नदियों को नाथने के नतीजे
सब जानते हैं कि आधुनिक विकास की बुनियाद प्रकृति-पर्यावरण, खासकर नदियों को क्रूरता से नष्ट करने पर टिकी है। यह भी सभी जानते-भुगतते हैं...
मुंबई : नदियों को डुबाने से डूबती है मायानगरी
मुंबई में समय से पहले और तीव्र बरसात ने एक बार फिर दिखा दिया कि यह महानगर जलवायु परिवर्तन का नहीं, अपने ही विकास...
देश भर के साझा संसाधनों की हिफ़ाज़त के लिए जन आंदोलनों...
नई दिल्ली 7 जून। नेशनल अलायंस आफ पीपुल्स मूवमेंट (NAPM) से जुड़े ‘राष्ट्रीय जलवायु और पर्यावरणीय न्याय मंच’ (NACEJ) ने शुक्रवार को ऑनलाइन प्रेस...
जन-श्रम और प्रकृति का मेल : बेतवा उद्गम स्थल के पुनर्जीवन...
डॉ. परशुराम तिवारी
मध्यभारत की प्राचीन नदी बेतवा के उद्गम स्थल झिरी में एक प्रयोग संपन्न हुआ है। 25 से 31 मई 2025 तक आयोजित...