देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राकेश सिंघई ने किया शुभारंभ

इंदौर, 15 अप्रैल। ऑर्डर ऑफ ब्रिटिश एम्पायर से सम्मानित जेम्स (जिम्मी) मगिलिगन की याद में जिम्मी एंड जनक मगिलिगन फाउंडेशन फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट द्वारा आयोजित आज सस्टेनेबल डेवलपमेंट सप्ताह का उद्घाटन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राकेश सिंघई ने किया।

उद्घाटन के अवसर पर प्रो. राकेश सिंघई ने सोलर फूड फेस्टिवल का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिम्मी और जनक दीदी ने अपना जीवन सस्टेनेबल डेवलपमेंट को समर्पित कर जो कार्य किए हैं, वे सभी के लिए प्रेरणा हैं। इस सोलर किचन के माध्यम से सोलर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और सतत जीवनशैली को बढ़ावा देना दोनों ही हमारी जिम्मेदारी है।

इस सप्ताह का उद्देश्य सस्टेनेबल डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है। ट्रस्ट के सचिव डॉ. समीर शर्मा ने उद्घाटन सत्र में बताया कि जिम्मी मगिलिगन का जीवन समाज, प्रकृति, प्रेम और एकता को समर्पित था। पिछले 13 वर्षों से इस सप्ताह के आयोजन का उद्देश्य भारत में सस्टेनेबल डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है। इस साल के सस्टेनेबल वीक का आयोजन विभिन्न संस्थानों के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

सोलर कुकिंग की शुरुआत
जनक पलटा मगिलिगन ने कार्यक्रम की शुरुआत बहाई प्रार्थना से की। उन्‍होंने कहा कि सोलर कुकिंग की शुरुआत देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के साहनी साहब ने की थी। जिम्मी मगिलिगन, उत्तरी आयरलैंड से बहाई पायनियर थे, जिन्होंने अपना जीवन भारत में सेवा कार्यों के लिए समर्पित कर दिया। सोलर कुकिंग और सोलर ड्रायर जैसी तकनीकों के माध्यम से उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उल्लेखनीय कार्य किया। वे पिछले 40 वर्षों से सोलर कुकिंग और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं।

इस मौके पर 50 से अधिक सोलर कुकिंग मित्रों ने उत्साहपूर्वक 25 से अधिक व्यंजन तैयार किए, जिनमें पोहा, पुलाव, खिचड़ी, रसम, मठरी, सब्जी, चावल, इडली, सांभर और हलवा प्रमुख थे। कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे, जिनमें प्रो. राजीव सिंघल, ट्रस्टी अनुराधा दुबे, सोलर इंजीनियर सुस्मिता भट्टाचार्य, वरुण रहेजा, सोलर शेफ अनीता मंत्री, राज कुमार जैन, रवि नंदी, महेंद्र धाकड़, अब्दुल, और प्रभव करंडे प्रमुख थे। इसके अलावा, संस्था अरुणाभ के विशेष बच्चे (ऑटिज्म) भी श्री आशीष कट्टी के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने भी सोलर कुकिंग में अपना योगदान दिया।

कार्यक्रम के समापन पर जनक दीदी ने उपस्थित लोगों को उनके काम और योगदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य में योगदान देने वाले सभी को बधाई दी और सस्टेनेबल डेवलपमेंट की दिशा में और भी प्रयास करने का आह्वान किया।