बीमार झीलों को कैसे बचाएं?
झीलें और तालाब स्थानीय समाज के लिए पानी के अविरल स्रोत की तरह पहचाने जाते हैं, लेकिन विडंबना यह है कि ये ही समाज...
डॉ. अंबेडकर : संवाद के पक्षधर, द्वंद्व के विरोधी
भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संसद में जो दृश्य सामने आए, वे डॉ. भीमराव अंबेडकर की आत्मा को व्यथित कर सकते हैं। संविधान...
हुकुमचंद मिल परिसर में पेड़ों की कटाई के विरोध में सड़कों...
अगर आज पेड़ काट दिए गए, तो कल हमारी साँसे भी कट जाएँगी
इंदौर, 13 अप्रैल। इंदौर की पहचान सिर्फ उसकी सफाई या विकास योजनाओं...
Baisakhi 2025 : भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक चेतना का पर्व...
कृषि प्रधान भारत में बैसाखी न केवल फसल कटाई का उल्लास है, बल्कि सिख नववर्ष, सामाजिक चेतना और ऐतिहासिक संघर्षों की गूंज भी है।...
बाबा साहेब को आज समझने की जरूरत है
डॉ. भीमराव अम्बेडकर केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं, जो समानता, न्याय और मानव गरिमा की अलख जगाते हैं। 14 अप्रैल 1891...
‘सुमेर पब्लिक लाइब्रेरी’ : एक बेहतरीन विरासत
सामंती समाज की लाख बुराइयों के बावजूद कतिपय राजे-महाराजे पढ़ने-लिखने के भारी शौकीन हुआ करते थे। कई रजवाडों की लाइब्रेरियां असंख्य बेशकीमती,अनूठी किताबों से...