जलवायु बदलाव : ‘स्वराज संवाद’ की जरूरत 

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आजादी के बाद जिस अवधारणा को बार-बार याद करने की जरूरत है, वह स्वराज है। गांधी की मार्फत आई हमारे देसी समाज की यह...

बड़वानी का 60वां सर्वोदय मेला  : गांधीजी की विरासत को जीवंत...

प्रो. आर के जैन “अरिजीत” मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में 12 फ़रवरी की सुबह जब सूरज अपनी स्वर्णिम किरणें बिखेरता है, तब नर्मदा के पावन तट पर एक ऐतिहासिक...

बाबा आमटे: मानवता की सेवा का पवित्र ग्रंथ

बाबा आमटे: पुण्यतिथि (09 फरवरी) 9 फरवरी 2008 एक ऐसा दिन जब भारत ने निस्वार्थ सेवा के अद्वितीय उदाहरण “बाबा आमटे” को खो दिया। लेकिन क्या बाबा आमटे वाकई चले गए? नहीं!...

डॉ. एस. एन. सुब्बराव : एक महान समाजसेवी और युवा प्रेरक

7 फरवरी : 96वां जन्मदिवस डॉ. एस. एन. सुब्ब राव, जिन्हें स्नेहपूर्वक “भाई जी“ के नाम से जाना जाता है। भारतीय समाज के एक अद्वितीय...

डॉक्टरों की बढ़ती आत्महत्याएं : चिकित्सकों को चिकित्सा की जरूरत

भांति-भांति की सामाजिक-आर्थिक-राजनीतिक समस्याओं के अलावा खुद के मुकाबले मरीजों की बढ़ती संख्या डॉक्टरों को गहरे तनाव का शिकार बना रही है। नतीजे में...

नर्मदा संरक्षण के लिए जरूरी नहीं है, “भक्‍त” होना

राजेन्द्र जोशी दुनियाभर में हमारा देश अकेला है जहां नदियों की भक्ति को अहमियत दी जाती है। चार फरवरी को ‘नर्मदा जयन्ती’ है जिसमें...