अनैतिक और अलोकतांत्रिक ढंग से गांधी विचारक के ऐतिहासिक स्थल का विध्वंस वाराणसी, 12 अगस्‍त। सर्व सेवा संघ परिसर,राजघाट को आज सुबह स्थानीय प्रशासन तथा रेलवे की जुगलबंदी से ध्वस्त करने की कार्यवाही शुरू हुई। यहां सर्व सेवा संघ परिसर...
गांधी की अस्थियों को देश की जिन 12 नदियों के तटों पर विसर्जित किया गया था, गंगा किनारे का बनारस उनमें एक था। देशभर में ये स्थान राजघाट कहलाते हैं। अब उसी बनारस उर्फ वाराणसी के उसी राजघाट पर...
10 अगस्त को प्रतिरोध सभा का आयोजन वाराणसी, 1 अगस्त।  गांधी-विनोवा-जेपी की ऐतिहासिक विरासत सर्व सेवा संघ की जमीन को पुनः प्राप्त करने के लिए एवं सरकार की जुल्म, ज्यादती और गैरकानूनी जबरन कब्जे एवं अलोकतांत्रिक कार्यवाई के खिलाफ आगामी...
गांधी और सर्वोदय समाज के अधिकांश सेवक सिर्फ़ संस्थाएँ और उनकी ज़मीनें बचाना चाहते हैं, गांधी को नहीं ? वे संघ और भाजपा की भगवा सत्ता से इसलिए नहीं लड़ पाएँगे कि दोनों ही अपनी पूरी ताक़त के साथ...
शुक्रवार से शुरू होगा जुल्म की निशानी पुस्तकों का वितरण वाराणसी, 28 जुलाई । आचार्य विनोबा भावे, जयप्रकाश नारायण द्वारा स्‍थापित सर्व सेवा संघ के जमीन स्‍वामित्‍व को लेकर शुक्रवार 28 जुलाई को सिविल कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर...
गाँधीजनों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर शास्त्री घाट से निकाला प्रतिरोध मार्च Varanasi: 25 जुलाई । रेलवे द्वारा सर्व सेवा संघ के कार्यालयों और जमीनों पर कब्‍जा करने के बाद देश के अलग अलग हिस्‍सों में काफी विरोध प्रदर्शन...
सर्व सेवा संघ के प्रबंधक ट्रस्‍टी महादेव विद्रोही ने राष्‍ट्रपतिजी को हस्‍तक्षेप करने हेतु लिखा पत्र    वाराणसी, 25 जुलाई। हाल ही में उत्‍तर रेलवे द्वारा बिना किसी न्यायालिक आदेश के वाराणसी स्थित सर्व सेवा संघ परिसर पर कब्जा किये...
सरकारी क्रूरता की गाथा कहेगी वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के भवनों के ध्वस्तीकरण को लेकर प्रशासन और सर्व सेवा संघ के बीच काफी समय से खींचतान चल रही है। संघ से जुड़े लोगों ने धरना-प्रदर्शन के जरिये...
विरोध कर रहे वरिष्‍ठ गांधीवादियों को लिया हिरासत में वाराणीस, 22 जुलाई। आखिरकार वाराणसी के राजघाट स्थित विनोबा भावे एवं जय प्रकाश नारायण की विरासत वाले सर्व सेवा संघ के भवनों से कब्जा हटाने के लिए शनिवार की सुबह- सुबह...
आम धारणा है कि सामाजिक कार्यकर्ताओं,खासकर गांधीवादियों को राजनीति से दूरी बनाए रखना चाहिए, लेकिन क्या बिना राजनीतिक हस्तक्षेप के कोई सामाजिक काम किया जा सकता है? कई गांधीवादियों का मानना है कि सत्ता की राजनीति में लगे दलों...

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